Good afternoon, everyone!
Let me tell you, it is a lifetime occasion for me to be face to face with those who will change the face of India. The world is talking about demographic dividend, you represent that demographic dividend. Our Bharat is rich in it.
कोटा का तो नाम ही अलग है, इसका नाम आते ही कई चीजें एक साथ दिमाग में आ जाती हैं। Knowledge city, city that is full of young minds, brilliant minds, in pursuit of knowledge, sacrificing everything to achieve their aspirations. My greetings to all of you.
Let me go back to when I was a student like you, मेरे साथ क्या बीता, मैंने क्या देखा, कितनी कठिनाइयां थी और अचानक पूरा जीवन बदल गया.. The factor was education. गांव के छोटे से स्कूल में पढ़ता था, अंग्रेजी की पढ़ाई वहां थी नहीं.. मैं अंग्रेजी पर ज्यादा ज़ोर नहीं देता.. जो दम हमारी भारतीय भाषाओं में है, वह अंग्रेजी में नहीं है। When we dream in our own language, why should we speak some other language? भारतीय संविधान को पढ़िए, संविधान निर्माताओं ने कहा.. कि एक commission बनाई है जो तय करेगा.. कि धीरे–धीरे अंग्रेजी कम हो और धीरे–धीरे हिंदी बढ़ाई जाए। कार्य सफल हो गया, अमृतकाल भी आ गया.. जैसा सोचा था वैसा तो नहीं हुआ पर हम सही रास्ते पर हैं।
आप लोग इतने भयानक कंपटीशन में हो, इतनी टेंशन और स्ट्रेस में हो.. इतना obsession है result के लिए.. क्या आपका पूरा मानसिक तंत्र प्रभावित है। हमारे जमाने में क्या होता था.. बच्चे का जन्म हुआ नहीं, सभी रिश्तेदारों ने तय कर लिया आई.ए.एस बनेगा, आई.पी.एस बनेगा, डॉक्टर बनेगा, इंजीनियर बनेगा, नहीं पूछा कि साइंटिस्ट और क्रिकेटर कौन बनेगा? फुटबॉलर कौन बनेगा? जो दुनिया का नजारा बदलेगा।
आज मैं देखता हूं कि बहुत सी Trainees मुझे मिलने आते हैं,they are called probationers when they are inducted into their service. मैं पूछता हूं background क्या है? कोई डॉक्टर कोई इंजीनियर.. कोई IIT से है.. कोई IIM से है। पर अब भारत बदल गया है। You are fortunate children of Bharat because you are living at a time when the ecosystem is supporting you to fully exploit your talent, your energy or potential to accomplish your dreams and aspirations. ऐसा पहले नहीं था।
हाथ कंगन को आरसी क्या, और पढ़े लिखे को फारसी क्या.. यही कहते हैं ना.. Look at the number of Startups you have, our startups figure runs into tens of thousands.
वह किनका नज़ारा है? आप लोगों की उम्र के बच्चे बच्चियों का.
India has the highest number of unicorns, दुनिया आज चकित हो गई है, उनकी समझ में नहीं आ रहा जो भारत का नज़ारा है आज! हम में से कुछ लोग परेशान है, मजबूत भारत को वह मजबूर क्यों करना चाहते हैं? जब हमारी human-equity, human -capital, cultural depth दुनिया में बेमिसाल है, then why should we be on the back foot? India has the most dynamic, most talented resource of young minds like you. लेकिन आपको और मुझे एक चिंता सताती है, जब पढ़ता था तो डर लगता था, क्या होगा मैं second आ गया तो? मैं इस डर के साथ जिया, और हमेशा टॉपर रहा। मुझे जिंदगी में बहुत बाद में पता चला, नंबर – 2 आ जाता तो क्या होता– कुछ नहीं होता! जो नंबर – 1 आता उसको खुशी मिल जाती. Therefore take note of one fundamental thing, heavens have never fallen, and I can assure you that they will never fall. Therefore never think it is the end of the road. Never think it is the last opportunity. Never have the fear of failure. Fear of failure is the worst kind of a disease, यह Covid से भी ज्यादा खतरनाक है.. Failure means you had the courage and conviction to try! आप उनसे तो मजबूत हैं जो इतना डर गए और कोशिश भी नहीं कर रहे। आप कम से कम कोशिश तो कर रहे हैं।
It is required of human genius to have an idea, innovate about that idea and execute it. Forget about the failure. दुनिया में कोई भी चमत्कारी काम प्रथम प्रयास में नहीं होता। It has always been after terrible failures. In 2019, I was the Governor state of West Bengal, I invited boys and girls of your age to Science City, Kolkata, in a very large number, they wanted to see Chandrayaan- 2 land. I was there with my wife, around 1:00 a.m. the soft landing did not take place, everyone was shocked, there was pin drop silence. सबको लगा हमारी बहुत बड़ी हार हो गई. There was a mood of dejection, despondency and frustration. It was the Prime Minister, Narendra Modi, who landed at ISRO the next morning, he stood like a rock behind the Director and told the Director, we will succeed next time. The Prime Minister of the country turned prophetic and Chandrayaan- 3 landed on the moon. अगर Chandrayaan-2 नहीं होता तो.. Chandrayaan-3 का success नहीं होता। It was not the failure of Chandrayaan 2, the Chandrayaan 2 was more than 96% successful.. Chandrayan 3 was 100%. Therefore never fear failure, never fear setback.
Behave like a river, don’t be a canal. A canal is cemented, but a river meanders and serves the society at large. It impacts large amounts of land and leads to the growth of civilizations. Do as per your aptitude and attitude. Don’t be driven by family, friends, neighbours… कि उसने करिश्मा कर लिया तो मैं भी कर लूंगा. No. Destiny will take you where you have to go, but you will have to be in the right groove.
Have you heard the name of Steve Jobs? What happened to him in college? He dropped out after first semester. अपने यहां यह नहीं जानते कि जो ड्रॉपआउट कर रहा है वह सोच समझकर अपना निर्णय ले रहा है। यदि अगर स्टीव जॉब्स उस समय प्रेशर में होता कि मन है या बे–मन है, परिवार क्या सोचेगा, टीचर क्या सोचेंगे, दोस्त क्या सोचेंगे समाज क्या सोचेगा, तो यह Apple अपने
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MS/RC